विश्व की भिन्न-भिन्न मनुष्य जातियो एवं धार्मिक सम्प्रदायो के अपनी अलग-अलग विशिस्ट रीतियाँ एवं धार्मिक विधि विधान होते है। सनातन हिन्दू धर्म ऐसे अनेक (0 टिप्पणियाँ)
धर्म-संसार
अंजाने में की गई पूजा से ही प्रसन्न हो गए भगवान शिव
किसी समय वाराणसी के वन में एक भील रहता था। उसका नाम गुरुद्रुह था। वह वन्यप्राणियों का शिकार कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। एक बार शिवरात्रि के (0 टिप्पणियाँ)
जब सत्यभामा ने श्रीकृष्ण को आभूषणों से तौला
भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी सत्यभामा के मन में एक दिन एक विचित्र विचार आया। उन्होंने तय किया कि वह भगवान श्रीकृष्ण को अपने गहनों से तौलेंगी। श्रीकृष्ण ने (0 टिप्पणियाँ)
हम अपने धर्म प्रतीकों को रखने से डरते क्यों है ?
Why Do We Renunciation our Sacred Symbols? धर्म को जीना ही धर्म का प्रचार है l हम अपना पतन स्वयं कर रहे हैं l हम क्यों नही शिखा धारण करते ? क्या आज (0 टिप्पणियाँ)